आयुष चिकित्सको का शिष्टमंडल महामहिम राज्यपाल से मिला, और ज्ञापन सौंपा
RANCHI: झारखंड आयुष मेडिकल एसोसिएशन एवं आयुष एसोसिएशन ऑफ झारखंड के राज्य पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार आयुष परामर्शदात्री समिति के संयोजक के अध्यक्षता में महामहिम राज्यपाल से मिलकर अपनी मांग पत्र सौंपा।
आयुष मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा लगातार आयुष की योजना सभी राज्य में लागू हो रहा है लेकिन झारखंड राज्य इससे विमुख है इन सभी मामले को लेकर झारखंड के महामहिम राज्यपाल संतोष गंगवार जी से मिलकर निम्नलिखित मुद्दो पर लिखित आवेदन दिया गया –
1. सभी आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को स्थाई एवं नियमित करना सुनिश्चित किया जाय जिसकी घोषणा माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी द्वारा किया जा चुका है।
2. आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी का उसका मूल पद आयुष चिकित्सा पदाधिकारी में परिवर्तन करना सुनिश्चित करने की कृपा करे । आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों के लिए जनवरी 2023 में इसे लागू किया गया है जिसका पत्रांक संख्या S-21030/22/2022-NAM Date:- 21/01/2023 है ।
जो सभी आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को AYUSH Medical Officer cum CHO में परिवर्तित करने हेतु सभी राज्यों को निर्देशित है । अतः इसे अविलंब लागू करने की कृपा किया जाय ।
3. प्रतिवर्ष वेतन में 5% से 10% की वृद्धि को अभिलंब लागू करें एवं सभी चिकित्सकों के लिए सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की कृपा किया जाय।
4. हम सभी आयुष चिकित्सक (आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी) को EPF फंड लाभुक्ता से अभिलंब जोड़ा जाय, जो एक निजी संस्था भी देती है, किंतु झारखंड सरकार अभी तक हम लोगों को इससे विमुख रखे है।
5. झारखंड राज्य में आयुष चिकित्सक (आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी) को सुदूर क्षेत्र एवं जंगली क्षेत्र में कार्य करने जाना होता है जो एक बहुत ही जोखिम कार्य है इसलिए हार्ड टू रिच एरिया अलाउंस 15000 दिलाने की कृपा किया जाय एवं
आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को एवं उनके परिवार को 10 लाख का प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य चिकित्सा बीमा देना सुनिश्चित किया जाय, जो की अन्य राज्यों में लागू है।
*राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी (आरबीएसके) एवंम आयुष चिकित्सा पदाधिकारी (मूल कोटि)की मांग जायज*
जब पूरा देश कोविड से जूझ रहा था उस समय चिकित्सा पदाधिकारी (आरबीएसके) एवंम आयुष चिकित्सा पदाधिकारी (मूल कोटि) के चिकित्सक शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा कार्य किए लेकिन झारखंड में कार्यरत आयुष चिकित्सको को समान वेतन से विमुख रखा गया है वही बगल के बिहार राज्य में सभी सुविधा लागू है जिसके लिए 5400 ग्रेड पे का डिमांड और आयुष (चिकित्सा पदाधिकारी -आरबीएसके) एवंम आयुष चिकित्सा पदाधिकारी (मूल कोटि)को आयुष विभाग के द्वारा सभी कार्य का करने का आदेश की मांग किया गया ।
जिसके लिए महामहिम ने गंभीरता से लेते हुए राज्य आयुष परामर्शदात्री समिति के संयोजक डॉ राजीव कुमार को पुनः मिलने के लिए मंगलवार को बुलाया है ।
*झारखंड में आयुष के बढ़ोतरी में सबसे बड़ा योगदान डॉ राजीव कुमार का रहा है*
कोविड के समय भारत सरकार आयुष मंत्रालय की जारी इम्यूनिटी बूस्टर होमियोपैथिक दवा आर्सेनिक अल्ब 30 पूरे राज्य में डॉ राजीव के द्वारा बांटा गया , डॉ राजीव कुमार की कई बनाई हुई योजना झारखंड सरकार द्वारा राज्य में चलाई जा रही है ।
आज के इस कार्यक्रम में जामा के अध्यक्ष डॉ आनंद शाही, डॉ डी एन तिवारी, डॉ गौतम कुमार, डॉ विजय तिवारी, डॉ नितिन कुमार एवं आयुष एसोसिएशन ऑफ झारखंड के सचिव डॉ मुकेश चंद्र झा उपस्थित हुए ।