आई.एम.ए. नेशनल प्रेसिडेंटस बेस्ट सोशल एक्टिविटी अप्प्रेसिअशन अवार्ड से डाॅ भारती कश्यप सम्मानित

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डॉ. बी.पी. कश्यप एम.जी. गर्ग अवार्ड से सम्मानित

2014 से झारखण्ड में चला रहीं मेगा महिला स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान जिसका मुख्य उदेश्य सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन है

प्रशिक्षित मानव संसाधन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका

HAYDRABAD : नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भारती कश्यप को 27 दिसम्बर, 2024 को सेंटेनरी कन्वेंशन सेंटर, इंजीनियरिंग स्टाफ कॉलेज ऑफ़ इंडिया, गच्चीबौली, हैदराबाद में नेशनल आई.एम.ए. द्वारा आयोजित वार्षिक कांफ्रेंस नेटकोन 2024 के एक भव्य समारोह में नेशनल इंडियन मेडिकल असोसिएशन (National IMA) के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ. आर. वी. अशोकन एवं सेक्रेटरी डॉ. अनिल नायक के द्वारा आई.एम.ए. नेशनल प्रेसिडेंटस बेस्ट सोशल एक्टिविटी अप्प्रेसिअशन अवार्ड से सम्मानित किया गया।

उन्हें यह सम्मान उनके द्वारा समाज सेवा के लिए निरंतर किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रदान किया गया।

डॉ. बी.पी. कश्यप को एम.जी. गर्ग अवार्ड से सम्मानित किया गया।

वर्ष 2014 से डॉ भारती कश्यप लगातार पलामू प्रमंडल, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल, कोल्हान प्रमंडल और संथाल परगना प्रमंडल में मेगा महिला स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चला रहीं हैं।

जिसका मुख्य उदेश्य सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन है।

2024 में एक साल में कोल्हान के गुआ, गोल्केरा और टोंटो में महिला स्वास्थ्य और दृष्टि सुरक्षा पर केन्द्रित मेगा स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाया गया।
झारखंड में पहली बार अप्रैल 2021 से अक्टूबर 2024 के बीच प्रजनन आयु वर्ग की कुल 4,44,301 महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की जांच की गई।

डॉ भारती कश्यप के प्रयासों से झारखंड में धीरे-धीरे एक बड़ा सामाजिक बदलाव आ रहा है।

क्योंकि दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में महिलाएं न केवल प्रजनन स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रही हैं।

बल्कि हजारों अन्य लोगों को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर जैसी घातक बीमारियों के प्रति जागरूक भी कर रही हैं।

डॉ भारती कश्यप के द्वारा प्रशिक्षित मानव संसाधन का एक विशाल नेटवर्क तैयार किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों का इलाज स्थानीय डॉक्टरों के द्वारा हो सके।

मेगा महिला स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के शिवरों में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं सरकारी डॉक्टरों को डिजिटल वीडियो कोल्पोस्कोप गाइडेड क्रायो ट्रीटमेंट का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

ताकि सरकारी अस्पतालों में स्थानीय लोगों को यह इलाज लगातार मिल सके।

दृष्टि सुरक्षा’ अभियान
अब तक करीब बीस लाख से अधिक स्कूली छात्रों को इसका फायदा झारखंड में मिला है।

वह अपने नेत्र शिविरों में हजारों लोगों का इलाज कर चुकी हैं, जिनमें आदिम जनजाति समूह के लोग, मानव तस्करी के शिकार लोग, अखबार बेचने वाले, मधुमेह रोगी, वृद्धाश्रम में रहने वाले लोग, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग, स्पास्टिक बच्चे, खिलाड़ी और यहां तक कि ट्रक चालक भी शामिल हैं।

इस वर्ष अभी तक कश्यप मेमोरियल आई बैंक में 116 नेत्र प्रत्यारोपण किये जा चुके हैं।

सम्पूर्ण झारखंड राज्य को एक साल में 150 कॉर्निया ट्रांसप्लांट का लक्ष्य
कश्यप मेमोरियल आई बैंक में अब तक करीब 1000 नेत्र प्रत्यारोपण किये जा चुके है।

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