दिवाली में स्कूली बच्चों को प्लास्टिक सर्जन डा अनंत सिन्हा ने पटाखों एवं दीया के सुरक्षित उपयोग के प्रति किया जागरुक
रांची शहर के विभिन्न स्कूलों में दिवाली पूर्व देवकमल अस्पताल एवं अग्निशमन विभाग राँची की ओर से दिवाली में पटाखा एवं दीया के सुरक्षित उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
RANCHI: देवकमल अस्पताल एवं अग्निशमन विभाग राँची की ओर से दिवाली में पटाखा एवं दीया के सुरक्षित उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण (Pre Diwali Workshop) के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखण्ड सरकार राँची, झारखण्ड के तत्वाधान में 30 अक्तूबर को राजकीय मध्य विधालय, पंडरा में, 01 नवंबर को कस्तुरबा गांधी विद्यालय में, 03 नवंबर को जिला स्कूल राँची, 06 नवंबर को दिल्ली पब्लिक स्कूल, राँची में दिवाली पूर्व कार्यशाला का आयोजन किया गया।
दिनांक 07 नवंबर को डी.ए.वी नन्दराज बरियातु में इस कार्यक्रम को होना है।
कार्यक्रम में देवकमल अस्पताल की ओर से डा. अनंत सिन्हा, निदेशक एवं मुख्य प्लास्टिक सर्जन ने दिवाली पूर्व कार्यक्रम में पटाखा एवं दीया के सुरक्षित उपयोग (जैसे की अनार, फुलझड़ी, बीड़ी बम, रॉकेट इत्यादि ) के बारे में विभिन्न स्कूलों से आए बच्चे को बताया।
और इस बात पर जोर देकर डा अनंत सिन्हा ने बताया कि जलने की स्थिति में पानी डालना ही प्रथम उपचार है और अग्निशमन विभाग, राँची ने आग लगने के स्थिति में फायर सेफ्टी ड्रील कराया व अग्निशमन विभाग की ओर से फायर ऑफिसर के नेतृत्व में
दर्जनों सेफ्टी कर्मियों से लैश अग्निशमन की टीम ने Live demonstration करते हुए घरेलू गैस से रिसाव सहित अनपेक्षित आगज़नी की घटना से सुरक्षात्मक उपाय और घटनोपरांत उपचार के तरीक़ों का विस्तार से प्रदर्शन किया।
राँची जिला के विभिन्न विधालयों से 300-400 आए बच्चों ने कार्यशाला से दिवाली में पटाखा एवं दीया के सुरक्षित उपयोग को सीखा और उन्होनें बताया कि वे अपने विद्यालयों के अन्य बच्चों को भी जागरूक करेंगें।
इस कार्यक्रम से राँची के लोगों व विभिन्न स्कूलों से भाग लिए बच्चों से हमें यह आशा है कि इस वर्ष दिवाली में ऐसी घटनाओं की संख्याओं में कमी आएगी और राँची के लोंगों में दिवाली में पटाखा एवं दीया के सुरक्षित उपयोग की जागरूक्ता फैलेगी।
डा. अनंत सिन्हा व टीम देवकमल ने विद्यालयों के शिक्षकों एवं सभी बच्चों को सुरक्षित दिवाली मनाने के लिए संदेश दिया और दिवाली की शुभकानाएँ दी।