तीन दिवसीय 24वें झारखंड पेडिकॉन 2025 का शुभारंभ, देशभर से शिशुरोग विशेषज्ञ शामिल हुए
रिम्स और रानी हॉस्पिटल में इनवेसिव वेंटिलेशन पर कार्यशाला आयोजित,
RANCHI: इंडियन एकेडमी ऑफ़ पीडियाट्रिक (आईएपी )रांची द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 24वें झारखंड पेडिकॉन 2025 के पहले दिन यानी शुक्रवार को रिम्स और रानी हॉस्पिटल में इनवेसिव वेंटिलेशन (पीडियाट्रिक और न्यूनेटोलॉजी ) पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
रिम्स के शिशु रोग विभाग में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन डॉ राजीव मिश्रा, डॉ पार्थ कुमार चौधरी, डॉ राजेश कुमार (बालपन ) एवं शक्तिपाद दास के द्वारा किया गया।
इस कार्यशाला में शिशु एवं नवजात शिशु के विभिन्न सांसों सम्बन्धी बीमारी में वेंटिलेटर की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया गया।
एम्स के एसोसिएट प्रोफेशन डॉ नीलाद्री भूनियां, डॉ कल्याणी, डॉ रतन कुमार इंटेंसिविस्ट पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर के द्वारा बच्चों में वेंटिलेशन के बारे में विस्तार से बताया एवं सिखाया गया।
वहीं जयपुर मेडिकल कॉलेज के डॉ अविनाश गीतांजलि, एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ के समीर, रिम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ किरण शंकर दास, अशर्फी हॉस्पिटल धनबाद के डॉ किशोर गांधी के द्वारा नवजात शिशु में नन इनवेसिव वेंटिलेशन के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस कार्यशाला का समन्वयक डॉ परमानंद काशी ने किया।साथ ही रानी हॉस्पिटल में आयोजित कार्यशाला में रानी हॉस्पिटल के डॉ राजेश, विशाखापत्तनम से डॉ सुनील किशोर, हैदराबाद से डॉ अपर्णा चन्द्रशेखरण, रानी हॉस्पिटल से डॉ हेमंत , डॉ रौनक और पारस अस्पताल से डॉ निशांत पाठक ने भाग लिया।
आपको बात दें कि 8 नवम्बर शनिवार से विनायक इको रिसोर्ट मधकमा ओरमांझी में दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। जिसमें झारखंड के अलावे देशभर से लगभग 300 के करीब डॉक्टर इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
पेडिकॉन 2025 में बच्चों के विस्तारित पोषण और अनुवांशिक रोगों पर चर्चा होगी जिसमें गुर्दे के रोग,ह्दय रोग,लिवर,पिलिया,बच्चों में होने वाले मोटापा,चर्म रोग से जुड़े लक्षण,सांस से संबंधित बिमारी,बच्चों के विकास से संबंधित आदि बिमारियां शामिल हैं।
इस कॉफ्रेंस में देशभर से आएं डॉक्टर आधुनिकतम चिकित्सा पद्धतियों से संबंधित अनुभवों को साझा करेंगे जिसका लाभ बच्चों के बेहतर ईलाज में मिलेगा।
इस कार्यक्रम में आयोजन समिति सदस्य डॉ. कृष्ण कुमार ,डॉ. अरुण कुमार शर्मा,डॉ. ओपी मंसरिया, अध्यक्ष डॉ. राजीव मिश्रा,डॉ. पीके गुप्ता,
सेक्रेटरी डॉ. राजेश कुमार (बालपन) ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. शक्तिपाद ,डॉ. पार्थ कुमार चौधरी,डॉ. प्रेम रंजन और डॉ. शैलेश चंद्रा ,डॉ. श्याम सिडाना,डॉ.
अनिताभ कुमार डॉ.परमानंद काशी, डॉ . किरण शंकर दास की महत्वपूर्ण भूमिका है।
