धरना पर नहीं बैठते आजसू सांसद तो दब जाती घटना : प्रवीण प्रभाकर

बाघमारा के केसरगढ़ा में चाल धंसने
की घटना पर आजसू पार्टी हमलावर
RANCHI: आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर ने कहा है कि धनबाद जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र के केसरगढ़ा क्षेत्र में अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने की घटना में राज्य सरकार और पुलिस–प्रशासन कोयला माफिया आगे नतमस्तक दिखे।
आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के घटना स्थल पर पहुंचने और फिर बाघमारा थाना में धरना पर बैठ जाने पर दुर्घटना के 24 घंटे बाद बचाव कार्य शुरू हो पाया,
नहीं तो पुलिस–प्रशासन मामला दबाने की फिराक में था। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
श्री प्रभाकर ने कहा कि पुलिस–प्रशासन कोयला माफिया के दबाव में चाल धंसने की घटना से ही इनकार करता रहा।
लेकिन आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी बाघमारा थाना में जाकर यह कहते हुए बैठ गए कि जब तक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं होगा तब तक वह थाना से नहीं उठेंगे।
तब जाकर दुर्घटना के 24 घंटे बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।
श्री प्रभाकर ने कहा सांसद श्री चौधरी जब घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे तो प्रशासन की उपस्थिति में कोयला माफिया के गुर्गों द्वारा उनकी भी घेराबंदी और विरोध का प्रयास किया गया जिसे आजसू कार्यकर्ताओं ने विफल कर दिया।
श्री प्रभाकर ने कहा कि राज्य में पुलिस–प्रशासन के संरक्षण में रात के अंधेरे में अवैध कोयला खनन का कारोबार चरम पर है और अवैध खनन में लगातार लोगों की जान जा रही है।
हादसों के बाद शवों को छिपाने का अमानवीय कृत्य किया जाता है, लेकिन राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन आंखें मूंदे बैठे हैं।
अवैध कोयला कारोबार की कीमत आम लोग चुका रहे हैं।
श्री प्रभाकर ने कहा कि इससे पूर्व बाघमारा थाना क्षेत्र में ही माफिया तत्वों ने डीएसपी पर हमला कर घायल कर दिया था और यू आजसू सांसद के कार्यालय में आगजनी की थी।
इसके बाद रामगढ़ के करमा प्रोजेक्ट में भी 4 लोगों की मौत अवैध खनन में हुई थी। लेकिन पुलिस–प्रशासन माफिया तत्वों के आगे नतमस्तक है।