भारतीय सेना ने राष्ट्र के स्वाभिमान और सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की : सुदेश महतो

हमें भारतीय सेना पर गर्व है
RANCHI: आजसू पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की अभूतपूर्व सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए सेना के शौर्य और पराक्रम को सलाम किया है।
श्री महतो ने इस ऑपरेशन को राष्ट्र की सुरक्षा और एकता के लिए मील का पत्थर बताया।
उन्होंने कहा की इस ऑपरेशन से भारतीय सेना ने राष्ट्र के स्वाभिमान और सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है।
सेना ने आतंक का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
“भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर राष्ट्र के लिए गर्व का क्षण है।
हमारे सैनिकों ने अपने अदम्य साहस, अनुशासन और समर्पण से आतंकवाद और राष्ट्र-विरोधी ताकतों को करारा जवाब दिया है।
यह ऑपरेशन न केवल हमारी सेना की ताकत को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि भारत की संप्रभुता और अखंडता से कोई समझौता नहीं हो सकता।
आजसू पार्टी और झारखंड की जनता भारतीय सेना के साथ एकजुट होकर खड़ी है।
हम अपने वीर जवानों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ हैं, जिनके बलिदान और समर्पण से हम सुरक्षित हैं।”
श्री महतो ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारी युवा शक्ति को भारतीय सेना के इस शौर्य से सीख लेनी चाहिए।
अनुशासन, साहस और राष्ट्र के प्रति निष्ठा ही हमें सशक्त और समृद्ध भारत की ओर ले जाएगी।”
ऑपरेशन सिंदूर: राष्ट्र की सुरक्षा में मील का पत्थर
ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई और देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारतीय सेना की एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।
इस ऑपरेशन ने न केवल राष्ट्र-विरोधी तत्वों को सबक सिखाया, बल्कि विश्व स्तर पर भारत की सैन्य ताकत और दृढ़ संकल्प को भी प्रदर्शित किया।
आजसू पार्टी ने केंद्र सरकार की नीतियों की सराहना की, जिन्होंने सेना को इस तरह के जटिल और संवेदनशील अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए सशक्त बनाया।
आजसू पार्टी हमेशा देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।
“ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की वह गाथा है, जो हर भारतीय के दिल में गर्व का भाव जगाती है।
आजसू पार्टी इस गौरवशाली क्षण में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।”
सुदेश महतो ने झारखंड के युवाओं से अपील की कि वे भारतीय सेना के इस ऐतिहासिक ऑपरेशन से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें।
उन्होंने कहा, “हमारा देश तभी मजबूत होगा जब हमारी युवा शक्ति अपनी जिम्मेदारियों को समझेगी और समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए आगे आएगी।
“हमारी सेना के कारण ही हम शांति और सुरक्षा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर पाते हैं।
यह हमारा दायित्व है कि हम उनके बलिदान का सम्मान करें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठापूर्वक निभाएं।