उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी, रांची मंजूनाथ भजंत्री एवं डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची चंदन सिन्हा की देख रेख में संपन्न हुआ मॉक ड्रिल

रांची में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न
रांची के डोरण्डा क्षेत्र में शाम 4ः00-7ः00 बजे तक मॉक ड्रिल का आयोजन
मेकॉन भवन में एनडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस/मेडिकल टीम, एनसीसी द्वारा किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लगभग 250 लोगों को सकुशल निकाला गया
RANCHI: रांची में ऑपरेशन अभ्यास अंतर्गत आपदा की स्थिति में नागरिक सुरक्षा हेतु डोरण्डा क्षेत्र में मॉक ड्रिल जिला प्रशासन द्वारा सफलता पूर्वक संपन्न कराया गया।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी, रांची मंजूनाथ भजंत्री एवं डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची चंदन सिन्हा की देख रेख में अपराह्न 04ः00 बजे सायरन बजते ही डोरण्डा स्थित मेकॉन भवन मॉक ड्रिल की शुरुआत की गयी।
जिला प्रशासन द्वारा लोगों को कम से कम असुविधा हो, इमरजेंसी सेवाएं बाधित न हो इसे सुनिश्चित करते हुए मॉक ड्रिल संपन्न कराया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस/मेडिकल टीम, एनसीसी द्वारा मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि मॉक ड्रिल के दौरान लगभग 250 लोगों को प्रभावित क्षेत्र से सकुशल निकाला गया।
9 लोग घायल (नकली) थे, जिसमें एक की स्थिति गंभीर थी। गंभीर रुप से घायल (नकली) व्यक्ति को बीएमपी स्कूल में बनाये गये मेडिकल कैंप में शिफ्ट किया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान डोरण्डा क्षेत्र पूरी तरह से ब्लैक आउट रहा।
जिला प्रशासन द्वारा मॉक ड्रिल के संबंध में लोगों को विभिन्न माघ्यमों से जागरुक किया गया था।
शाम के 7ः00 बजे तक डोरण्डा क्षेत्र में लोगों ने अपने-अपने घरों के लाइट बंद रखे।
यातायात व्यवस्था में बदलाव का लोगों द्वारा अनुपालन किया गया, वाहनों के लाइट्स का उपयोग भी न के बराबर देखने को मिला।
उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने मॉक ड्रिल के दौरान आमजनों के सहयोग की सराहना की।
डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची चंदन सिन्हा द्वारा बताया गया कि मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस/मेडिकल टीम, एनसीसी का रिस्पांस बेहतर रहा। उनके द्वारा लोगों के सहयोग की भी सराहना की गयी।