झारखंड में बालू की समस्या को लेकर एनसीपी नवंबर माह में राजधानी रांची में करेगी जोरदार आंदोलनः कमलेश सिंह
RANCHI: झारखंड में बालू की समस्या को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) नवंबर माह में राजधानी रांची में जोरदार आंदोलन करेगी।
राज्य में बालू की जटिल समस्या बन गयी है। पूरे राज्य में भवन , सड़क निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। गरीबों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है।
आज पूरे राज्य में ब्लैक में एक ट्रैक्टर बालू पांच हजार रुपये में बिक रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीब लोगों को आवास बनाने की राशि दी जा रही है उसी राशि से जब ब्लैक में बालू की खरीद कर गरीब लोग अपना घर बनाने को मजबूर हैं।
उसके बावजूद पुलिस बालू ट्रैक्टर पकड़कर लाभुक को जेल भेज रही है।
रांची प्रेस क्लब में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में झारखंड राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं हुसैनाबाद के विधायक और पूर्व मंत्री कमलेश सिंह ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि विगत दो सालों से वह लगातार विधानसभा में बालू की समस्या से संबंधित मामला उठाया है लेकिन सरकार की ओर से केवल आश्वासन ही आश्वासन दिया गया।
लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। पूरे राज्य में कालाबाजारियों एवं अपराधियों का राज है जनता परेशान है। विधायक कमलेश सिंह ने राज्य सरकार जल्द से जल्द बालू घाटों की बंदोबस्ती करने या फिर आम लोगों के लिए बालू फ्री करने की मांग की है।
विधायक कमलेश सिंह ने बताया कि विधानसभा में तीन मार्च 2022, दो मार्च 2021 एवं दो अगस्त 2022 को बालू की समस्या से संबंधित मामला उठाने के अलावा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समाधान कराने का आग्रह किया था।
सुनवाई नहीं होने पर हुसैनाबाद में विशाल आंदोलन किसानों, ट्रैक्टर मालिकों एवं आमलोगों ने किया था। उन्होंने कहा कि अब याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष बड़ा भीषण होगा।
उन्होंने कहा कि 15 अक्तूबर से एनजीटी की रोक भी हट जायेगी। 31 अक्तूबर 2023 तक सरकार बालू की समस्या का समाधान नहीं करती है तो नवंबर माह में एनसीपी राजधानी रांची में जोरदार आंदोलन करेगी।
प्रेसवार्ता में प्रदेश महासचिव बिनय कुमार सिंह(बिनु सिंह) एवं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सूर्या सिंह एवं रौनक सिंह भी उपस्थित थे।
चुनाव चिन्ह घड़ी छाप जिसके पास रहेगा वे उसी के साथ रहेंगे: सूर्या सिंह
एक प्रश्न के उत्तर में प्रदेश प्रवक्ता सूर्या सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार को एनसीपी ने बिना शर्त समर्थन दिया था जिसमें कोई डिमांड नहीं था लेकिन बालू की समस्या से जनता परेशान है और विधायक होने के नाते उनकी जिम्मेदारी बनती है।
बालू की कालाबाजारी से सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। नवंबर माह में बालू की समस्या का समाधान नहीं होने पर पार्टी समर्थन वापस लेने पर भी विचार करेगी।
विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि विगत 24 सालों से एनसीपी में हैं। एनसीपी पार्टी में विवाद को लेकर पूछे जाने पर विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि चुनाव चिन्ह घड़ी छाप जिसके पास रहेगा वे भी उसी के साथ रहेंगे।