हमे एकजुट रहकर भारत को तोड़ने के मंसूबे रखने वाले को करना होगा परास्त-सीएम शिवराज
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अमृतकाल में महापुरुषों को मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को तोड़ने के मंसूबे रखने वाले आज भी सनातन को तोड़ने-मिटाने के मंसूबे पाले बैठे हैं। हमे एकजुट रहकर इन ताकतों को परास्त करना होगा। देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद देश के इतिहासकारों ने सिकंदर, अकबर, बाबर, चंगेज खां, गौरी-गजनवी जैसे विदेशी आक्रांताओं के वीरता के किस्से तो खूब गढ़े पर हमें हमारे ही महानायकों की वीरगाथाओं से के वंचित कर दिया गया।मुख्यमंत्री ने गुरुवार को भोपाल के तात्या टोप स्टेडियम रोड पर महाराणा प्रताप स्मारक का शिलान्यास करते हुए उक्त बातें कहीं हैं ।
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के महानायकों की गाथाएं पाठ्य पुस्तकों का हिस्सा तो बन ही रही हैं कई उपन्यास और सिनेमा भी इन महानायकों पर बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुभलगढ़ दुर्ग के प्रेरित होगी महाराणा लोक की संरचना, यहां पर महाराणा प्रताप की 20 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। मेवाड़ वंश के गौरव वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के साथ ही बप्पा रावल, खुमाण प्रथम, महाराणा हम्मीर, महाराणा कुम्भा, महाराणा सांगा, और उदय सिंह के जीवन चरित्र की चित्र प्रदर्शनी भी इस लोक में होगी।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में हमने महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड बनाया। पाठ्यक्रमों में महाराणा प्रताप की शूर वीरता की कहानियां शामिल होंगी। कमलनाथ सरकार में छिंदवाड़ा में वीर शिवाजी की प्रतिमा को ढहा दिया गया था, हमने पुनस्थापना की।
शिवराज ने बताया- इस प्रकार का होगा यह लोक
मेवाड़ और राणा प्रताप के जीवन की घटनाओं और कलाकृतियों को प्रदर्शितकरने के लिए गैलरी। लैण्डस्केप एरिया में खुली गैलरियों के माध्यम से महाराणा प्रताप द्वारा वन में व्यतीत किए गए काल खंड का प्रदर्शन। महाराणा की जीवनी पर 20 मिनट की फिल्म के प्रदर्शन के लिए इंटरप्रिटेशन सेंटर। दो हजार लोगों की बैठक क्षमता का आकाशीय मंच, जहां महाराणा प्रताप के शौर्य, पराक्रम, त्याग एवं बलिदान पर आधारित लाइट एण्ड साउंड शो का प्रदर्शन होगा।