आदिवासी,मूलवासी,किसान और ग्रामीण विरोधी अबुआ सरकार की सोच बजट में दिखती है : प्रतुल शाहदेव

RANCHI: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अबुआ सरकार आदिवासी, मूलवासी, ग्रामीण और किसान विरोधी सोच वाली सरकार है।
2024 – 25 के बजट की तुलना में वर्तमान बजट में बड़ी कटौतियां की गई ।
वर्ष 2025 – 26 के बजट में किसानों से जुड़े कृषि विभाग के बजट में 700 करोड़ रुपयों की बड़ी कटौती की गई। इसके अतिरिक्त मत्स्य , डेयरी विभागों में भी कटौतियां की गई।
गरीबों को अन्न पहुंचने वाले खाद्य आपूर्ति विभाग में और स्वास्थ्य विभाग में की गई कटौती समझ से पड़े हैं।
ऐसा लगता है शिक्षा भी सरकार के फोकस में नहीं है। तभी तकनीकी, उच्च ,सेकेंडरी और प्राथमिक शिक्षा के भी बजट को घटा दिया गया है।
सरकार का फोकस उद्योगों पर भी नहीं है।इसलिए उद्योग विभाग के बजट में भी कटौती की गई है।
प्रतुल ने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण का ढोंग करने वाली सरकार ने अल्पसंख्यक कल्याण के बजट को भी घटा दिया।
पहले से हर घर में नल से जल योजना में पीछे चल रही राज्य सरकार ने पेयजल स्वच्छता विभाग के बजट में 800 करोड़ की बड़ी कटौती कर दी।
मूलभूत संरचना का विकास सरकार के फोकस में नहीं है। पथ निर्माण के विभाग के बजट में 200 करोड रुपए की कटौती की गई। ग्रामीण विकास के बजट में 2395 करोड़ की बड़ी कटौती दिखाता है कि सरकार गांव के आधारभूत संरचनाओं के विकास पर फोकस नहीं कर रही।
इन विभागों से ही रोजगार मिलता है और जीएसडीपी बढ़ता है।गांव की बात छोड़िए नगर विकास के बजट में भी 1356 करोड़ की कटौती कर सरकार ने दिखा दिया कि वह गांव और शहर सबकी अनदेखी कर रही है।
मुख्यमंत्री को दूसरे मंत्रियों पर भरोसा नहीं, 45% राशि खुद रख ली
प्रतुल ने कहा ऐसा बहुत कम होता है कि मुख्यमंत्री 45% बजट की कुल राशि अपने पास रख ले। यानी लगभग आधा बजट उनके पास है।
इसका साफ संदेश है कि उन्हें अपने बाकी मंत्रियों पर भरोसा नहीं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्रियों के कोटे में लगभग 70% बजट का हिस्सा गया है।
सरकार में पिछलग्गू बन बैठी कांग्रेस को सिर्फ 26% बजट में हिस्सा मिला है।
दअरसल यह महागठबंधन सरकार का बजट न होकर झामुमो का बजट प्रतीत होता है।
बजट लीक होने की आशंका पर सरकार खामोश क्यों?
प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता का बजट पेश होने के पहले ही बजट की बारीकियां की जानकारी के मुद्दे पर सरकार खामोश है।जाहिर है सरकार बचाव कर रही है।
ये संजोग नहीं हो सकता कि कांग्रेस के प्रवक्ता का बजट की बारीकी पर दिया गया बयान और बजट का वास्तविक आकार बिल्कुल समान निकला।