गणतंत्र दिवस पर महाकुंभ की झांकी को प्रथम पुरस्कार
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने सभी प्रस्तुतियों को किया पुरस्कृत
जनजातीय गौरव दिवस और बिरसा मुंडा की प्रस्तुति को विशेष सम्मान
विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि को आगे आ रहा हर वर्ग : सेठ
NEWDELHI: रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने आज दिल्ली के राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में गणतंत्र दिवस परेड 2025 के सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्तों और झांकियों को पुरस्कार प्रदान किए।
संजय सेठ ने सीपीडब्ल्यूडी की झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शन के कलाकारों को विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए।
विदित हो कि सेवाओं और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ)/अन्य सहायक बलों के मार्चिंग दस्तों और विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) और केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों की झांकियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए न्यायाधीशों के तीन पैनल गठित किए गए थे।
इसके तहत ये पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस दौरान महाकुंभ 2025 (उत्तर प्रदेश) को प्रथम, Eternal Reverence (त्रिपुरा) को द्वितीय और Etikoppaka Bommalu (आंध्र प्रदेश) को तृतीय पुरस्कार मिला।
इसके अतिरिक्त जनजातीय कार्य मंत्रालय को जनजातीय गौरव दिवस पर शानदार प्रस्तुति के किए सम्मानित किया।
विशेष पुरस्कार के तहत भारतीय संविधान के 75 वर्ष और जयति जय मम भारतम की प्रस्तुति को सम्मानित किया गया।
समारोह में गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुति देने वाले कई संस्थानों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने अपने संबोधन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों को याद किया कि गणतंत्र दिवस परेड में व्यक्तियों की भागीदारी राष्ट्र के प्रति लोगों के प्यार और समर्पण को दर्शाती है।
संजय सेठ ने इस तथ्य पर जोर दिया कि सभी झांकियों ने संरचनाओं के माध्यम से रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का योगदान नहीं है, बल्कि देश को दुनिया के सबसे मजबूत राष्ट्रों में से एक बनाने के लिए 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है।
संजय सेठ ने सांस्कृतिक प्रदर्शन में 5,000 कलाकारों का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय को धन्यवाद दिया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देशभर के लोग इस प्रदर्शन की प्रशंसा कर रहे हैं।