रिम्स प्रबंधन के तुगलकी फरमान से मेडिकल छात्र छात्राओ मे रोष व्याप्त, सरस्वती पूजा पर रोक आस्था के साथ खिलवाड
रांची आईएमए अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल ने सरस्वती पूजा पर रोक का कड़ा विरोध किया
जब लड़ाई अस्तित्व की हो ,तो लड़ना धर्म बन जाता है: डॉ विकास कुमार
RANCHI: रिम्स प्रबंधन के तुगलकी फरमान से मेडिकल छात्र छात्राओ मे रोष व्याप्त है।
रिम्स प्रबंधन ने फैसला लिया है कि रिम्स में सरस्वती पूजा नहीं मनाई जाएगी और हवाला उसी घटना का दिया है जो रिम्स परिसर में हुई ही नहीं है।
रांची आईएमए अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल ने सरस्वती पूजा पर रोक का कड़ा विरोध किया है। डॉ काजल ने कहा कि जब से मेडिकल कॉलेज बना उसी समय से रिम्स परिसर मे सरस्वती पूजा हो रही है।
और यह पूजा मेडिकल छात्र छात्राओ के आपस मे परस्पर मेल मिलाप भाईचारे को बढाता है।
रिम्स प्रबंधन को अपना निर्णय अविलंब वापस लेना चाहिए।
रांची आईएमए सचिव डॉ पंकज बोदरा ने भी कड़ा विरोध जताया है और रिम्स प्रबंधन के निर्णय को गलत बताया है।
यह धर्म और आस्था के साथ खिलवाड है। प्रबंधन अविलंब अपना फैसला वापस ले।
यह रोक धर्म, आस्था और अपनी संस्कृति के साथ खिलवाड है। जब लड़ाई अस्तित्व की हो ,तो लड़ना धर्म बन जाता है।
ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ है। यह पूजा नहीं हमारा अस्तित्व है। डॉ विकास कुमार
जॉइंट सेक्रेटरी IMA रांची,प्रेसिडेंट IMA-JDN, झारखंड एवम नेशनल चीफ एडवाइजर FORDA INDIA ने कहा कि
👉आज सरस्वती पूजा बंद की है। कल पता नही और क्या बंद किया जाएगा।
👉चंद दिनों पहले आपके सिक्योरिटी गार्ड ने मरीज के महिला परिजन के साथ रेप जैसी घटना को अंजाम दिया था
👉महोदय, जब सड़क पर कोई हादसा हो, तो उस हादसे के कारणों को दूर करना चाहिए। सड़क ही बंद कर देना बुद्धिमानी नहीं होती है।
लगता है रिम्स में बैठे बड़े पद वालो से …. RIMS संभल नहीं रहा है और अपनी कमी को छुपाने के लिए इस देश की सांस्कृतिक परंपराओं पर सीधा आघात किया जा रहा है, जो हर दृष्टि से निंदनीय है।
मुख्यमंत्री जी और स्वास्थ्य मंत्री जी से निवेदन है, कि इस पर उचित कार्रवाई करें। यह पूजा नहीं हमारा अस्तित्व है।