इंद्र देव का धरती पर हुआ आगमन, कलश यात्रा में बिखेरी भक्ति की अनूठी छटा

महामृत्युंज शिव मंदिर शिवपुरी हिनू: कण-कण हुआ रौशन
RANCHI: महामृत्युंज शिव मंदिर शिवपुरी हिनू में आयोजित तीन दिवसीय हनुमान जी की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुभारंभ बुधवार को भव्य कलश यात्रा से हुआ।
सुबह सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरूष श्रद्धालु जैसे ही कलश यात्रा में शामिल होने निकले वैसे ही मानो इंद्र देव भोलेनाथ व हनुमान जी के स्वागत के लिए धरती पर कदम रखा।
कुछ समय रहने के बाद प्रभु से आशीर्वाद लिया और भक्तों को शीतलता का आशिष दिया। इस दौरान विश्वास व श्रद्धा की ऐसी धरा बही कि श्रद्धालु निहाल हो उठे।
श्रद्धालु ऊंच-नीच व अमीर-गरीब के भेदभाव से परे प्रभु के पूजन में सभी निमग्न थे। हर कोई रमा हुआ
था।
कलश यात्रा में कलशधारी महिलाओं ने भक्ति की अनूठी छटा बिखेरी। इस दौरान शहर की राह भक्तिमय हो उठी।
कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु तपोवन मंदिर से हिनू चौक स्थित हनुमान मंदिर के समक्ष पहुंचे। उसके उपरांत श्रद्धालु अपने सिर पर कलश लेकर जय श्री राम व बजरंगबली के जयघोष के साथ मंदिर परिसर आये।
जहां कलशों की विधिवत स्थापना करायी गयी। फिर शुरू हुए वेदीपूजन। पुरोहित जगबंधु उपाध्याय ने कहा कि वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तपोवन मंदिर में कलश में जल भराई रस्म हुई।
हर कदम दरबार की ओर
कलश यात्रा में भक्तों के कदम भले ही थक गये, लेकिन कारवां थमने के बजाय हर पल बढ़ता गया। हर कदम प्रभु के दरबार के समक्ष पहुंच कर ठीठक सा गया। दरबार की चमक से दर्शनार्थी पुलकित हो उठे। पूजन की इच्छा को व्याकुल नतमस्तक भक्तों की भारी भीड़ लगी रही। इस दौरान विश्वास व श्रद्धा की ऐसी धरा बही कि श्रद्धालु दर्शन पाकर निहाल हो उठे।
प्रभु की भक्ति अक्षुण्ण : अरविंद उपाध्याय
अरविंद उपाध्याय ने कहा कि प्रभु का स्वरूप सब लोगों के लिए है। भगवान राम मर्यादा पुरूषोतम हैं। मर्यादा से ही अच्छे संस्कार का विकास होता हैं।