पावरकट की समस्या का समाधान जरूरी:चैंबर

RANCHI: गर्मी के बढ़ते ही राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में जारी पावरकट की समस्या से हो रही परेशानी पर चिंता व्यक्त करते हुए झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप का अनुरोध किया।
यह कहा गया कि हर एक नियमित अंतराल पर पावरकट होने के कारण सामान्य नागरिक से लेकर औद्योगिक इकाईयों का उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है, जिसपर सरकार को शीघ्र संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
सदस्यों ने इस बात पर चिंता जताई कि आखिर क्यों जेबीवीएनएल के अधिकारियों को किसी वर्ष पता ही नहीं चल पाता कि उन्हें किस समय में कितनी बिजली आपूर्ति की आवश्यकता है। क्यों इसकी प्लानिंग नहीं की जाती है।
चैबर महासचिव डॉ0 अभिषेक रामाधीन ने कहा कि तमाम घोषणाओं और दावों के बाद भी बिजली की उपलब्धता व्यापार को चौपट करने के लिए काफी है।
राज्य में बिजली वितरण की व्यवस्था तो खराब है ही, संचरण व्यवस्था भी ठीक नहीं है। चिंतनीय है कि क्वालिटी और क्वांटिटी बिजली मुहैया कराने के बजाय विद्युत नियामक आयोग द्वारा भी प्रत्येक वर्ष केवल टैरिफ बढोत्तरी पर ही विचार किया जाता है।
पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण जेनरेटर से इकाईयों का संचालन करना पड रहा है।
जबकि जेनरेटर के भरोसे औद्योगिक इकाईयों का संचालन संभव नहीं है क्योंकि जेनरेटर से बिजली उत्पादन करने पर चार गुणा कॉस्टिंग ज्यादा बढ जाती है।
पावरकट के मुद्दे पर आज चैंबर भवन में एक बैठक भी संपन्न हुई। बैठक में चैंबर उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, अमित शर्मा, महासचिव डॉ0 अभिषेक रामाधीन, सह सचिव रोहित पोद्दार, श्रम एवं मापतौल उप समिति चेयरमेन प्रमोद सारस्वत, संजय टांटिया उपस्थित थे।