आयुर्वेद में जड़ी-बूटी समान है ब्राह्मी, जानें सेहत संबंधी फायदें
नई दिल्ली. हम सभी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity)को मजबूत रखने के महत्व को अच्छी तरह से समझ चुके हैं. जीवन जीने का जैविक तरीका बहुत लोकप्रिय हो गया है. अधिक से अधिक लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपायो (Ayurvedic Remedies) और भी कई तरीकों का उपयोग कर रहे हैं. लोग अब हर ऐसी चीज की तलाश में हैं जो ऑर्गेनिक (organic)हो. आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ हैं. ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है ब्राह्मी, जिसे आयुर्वेद की प्रिय संतान भी कहा जाता है. ब्राह्मी के फायदों की लिस्ट काफी लंबी है. यहां ब्राह्मी के 5 स्वास्थ्य लाभ और इसका सेवन करने के तरीके के बारे में बताया गया है.
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी ब्रह्मी के फायदे
1. आपकी याददाश्त बढ़ाता है
ब्राह्मी आपके संज्ञानात्मक कौशल(cognitive skills), एकाग्रता में सुधार करता है और आपके दिमाग को उत्तेजित करता है. अध्ययनों से पता चला है कि बकोपा (ब्राह्मी) के दैनिक सेवन के छह सप्ताह, दिन में दो बार (300 मिलीग्राम / खुराक) ध्यान देने योग्य परिणाम दिखाते हैं. ब्राह्मी मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं को बेहतर करने के लिए जिम्मेदार हैं.
2. यह चिंता और तनाव को कम करता है
ब्राह्मी कुछ एंजाइमों की गतिविधि को बदलने में मदद करती है, जो तनाव (Tension) प्रतिक्रिया में शामिल होते हैं. इसलिए यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है. यह आपके मूड को भी बढ़ाता है, कोर्टिसोल लेवल (तनाव पैदा करने वाले हार्मोन) को कम करता है. यह शरीर में सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाकर स्ट्रेसबस्टर का काम करता है.
3. अल्जाइमर रोग को रोकने में मदद कर सकता है
अल्जाइमर रोग लाइलाज है, लेकिन कहा जाता है कि ब्राह्मी मस्तिष्क पर रोग के प्रभाव को रोकती है. यह स्मृति बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है जो आने वाले सालों में अल्जाइमर रोग जैसी स्थितियों को रोक सकती है.
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
हमारी डेली डाइट में एंटीऑक्सिडेंट को शामिल करना हमारी इम्यूनिटी को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है. एंटीऑक्सिडेंट शरीर को मुक्त कणों के कारण होने वाली कोशिका क्षति से बचाने में मदद करते हैं, जो हृदय रोग, डायबिटीज और यहां तक कि कैंसर जैसी पुरानी स्थितियों से जुड़ा हुआ है. ब्राह्मी में सक्रिय संघटक बैकोसाइड मुक्त कणों को बेअसर कर सकता है और वसा के अणुओं को मुक्त कणों के साथ प्रतिक्रिया करने से रोक सकता है.
5. सूजन को कम करता है
ब्राह्मी साइक्लोजेनेसिस, कैसपेज और लिपोक्सीजेनेस जैसे एंजाइमों को रोकने में मदद करती है जो दर्द और सूजन पैदा करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं. इस प्रकार, गठिया जैसी स्थितियों से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के लिए ब्राह्मी एक सही समाधान है.
6. बालों के विकास को बढ़ावा देता है
हम में से कई लोग लंबे और घने बालों के बहुत बड़े प्रशंसक होते हैं. अगर आप उसी श्रेणी में आते हैं, तो अपने बालों को पोषण देने और विकास को बढ़ावा देने के लिए अपने स्कैल्प पर ब्राह्मी लगाने का प्रयास करें. यह बालों के रोम को फ्यूल देने और बालों के झड़ने को रोक सकता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें. कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.