उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव अपने बयान से एक बार फिर सुर्ख़ियों में

उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट जारी की है जिसमें उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर तंज कसा

उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि गणतंत्र दिवस की परेड में सिर्फ सुभाष चंद्र बोस, पटेल और सनातन संस्कृति की झलक थी, मेरा देश सही में बदल रहा है! परेड में ना तो देश के फर्जी पिताजी थे, ना ही देश के फर्जी चाचा थे, ना लोहे की महिला और ना कंप्यूटर के आविष्कारक।

उज्जैन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष का उच्च शिक्षा मंत्री की पोस्ट पर पलटवार

जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल और सनातन धर्म की बात तो स्वागत योग्य है, लेकिन मंत्री की गोडसे विचारधारा ने बता दिया कि वो महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बारे में गलत कह रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। उन पर ऐसा बयान देकर उच्च शिक्षा मंत्री समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं। गणतंत्र दिवस के पर्व पर इस तरह की पोस्ट की हम निंदा करते हैं। ये मानसिकता BJP और गोडसे की है।

यूजर्स अनीस शेख जी ने लिखा की नोटों पर तो अभी भी वहीं फर्जी पिताजी अंकित है

मंत्री जी की पोस्ट पर अनेक लोगों ने कमेंट किए हैं।जिसमें डॉ अनीस शेख ने पलटवार करते हुए लिखा- मंत्रीजी लेकिन नोट पर तो आज भी फर्जी पिताजी ही है और नोट सबको प्यारे लगते हैं। गांधीजी के विचार देश की पूंजी है, जिसे कोई नहीं मिटा सकता, देश की प्रगति में सबका योगदान है, उससे सहमत हैं पर जिनके लिए आपने लिखा उनका योगदान अहम है। बहुमूल्य हैं महात्मा गांधी अमर रहे। साहिल देहालवी ने कहा ‘मंत्री जी सत्ता के नशे में आप इतने मत हो जाओ कि देश के राष्ट्रपिता को कुछ ना समझे’। कुशाग्र जैन ने मंत्री जी को कहा अभी एजुकेशन सिस्टम भी सही करना है। पोस्ट की वजह से मंत्री जी अब लगातार घिरे हुए हैं।

मंत्री जी का फेसबुक पोस्ट

 

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