“कांग्रेस नहीं चाहती थी कि पिछड़ा वर्ग को आर्थिक और राजनैतिक बराबरी का अधिकार मिले”, भाजपा विधायक कृष्णा गौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पर लगाए आरोप:
भारतीय जनता पार्टी की विधायक एवं पिछड़ा वर्ग मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती कृष्णा गौर एवं भोपाल जिलाध्यक्ष श्री सुमित पचौरी ने आज रविवार को दोपहर 12 बजे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय, पं. दीनदयाल परिसर, भोपाल में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।
इस संबोधन में पिछड़ा वर्ग मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती कृष्णा गौर ने राज्य में पिछड़ा वर्ग की स्थिति बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, “कांग्रेस नहीं चाहती कि पिछड़ा वर्ग और अन्य पीछे रह गए समाजों को राजनैतिक और आर्थिक बराबरी का अधिकार मिले”। उन्होंने अपने संबोधन में पिछड़ा वर्ग की स्थिति, आरक्षण तथा इस तरफ़ उठाये गए शिवराज सरकार द्वारा कदमों के बारे में बताया और हर बार कांग्रेस पर सवाल उठाती रहीं। साथ ही उन्होंने पंचायत चुनाव में OBC आरक्षण का भी ज़िक्र किया और बताया कि, “भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास चाहती है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं कि पंचायत चुनाव ओबीसी के आरक्षण के साथ हो। यही कारण है कि विगत 26 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई, जिसमे कैबिनेट ने अपने ही अध्यादेश को वापस ले लिया। साथ ही प्रस्ताव को मंजूरी के लिए इसे राज्यपाल के पास भेजा। जिसके बाद पंचायत चुनाव निरस्त हुए।” श्रीमती कृष्णा गौर ने पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए तथा सवाल करते हुए निम्न मुख्य बातें कही:
●”पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस नेताओं की भूमिका ने एकबार फिर स्पष्ट कर दिया है कि उसने पिछड़ा वर्ग की पीठ पर छुड़ा भोंकने का पूरा प्लान तैयार किया है।”
● “जब पंचायत चुनाव की घोषणा हो गयी थी तो कांग्रेस को उसमे व्यवधान डालने की क्या आवश्यकता थी?”
● “दरअसल, कांग्रेस के निशाने पर चुनाव के नियम क़ायदे नहीं, पिछड़ा वर्ग को नीचा दिखाने के मंसूबे थे।”
● “कांग्रेस नहीं चाहती कि पिछड़ा वर्ग और अन्य पीछे रह गए समाजों को राजनैतिक और आर्थिक बराबरी का अधिकार मिले।”
श्रीमती कृष्णा गौर ने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण तथा NEET परीक्षा में आरक्षण जैसे विषयों पर भी खुलकर बोला और कहा कि, ‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा ओबीसी वर्ग को नीट परीक्षा में 27 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। केंद्र सरकार के इस महत्वपूर्ण फैसले से प्रदेश के हज़ारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।’ साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का पिछड़े वर्ग के प्रति उद्देश्य को बताते हुए कहा कि, ‘देश के पिछड़े और कमजोर वर्ग के व्यक्ति का उत्थान ही भारतिय जनता पार्टी का मूल मंत्र है।’ उन्होंने कहा कि, ‘केवल भारतीय जनता पार्टी ही पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम कर रही है।’ राज्य में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या के बारे में श्रीमती कृष्णा गौर ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस की जालसाजी का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है, जब उनकी सरकार अपने विधेयक में मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 27 प्रतिशत बताती है, जबकि राज्य में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 51 प्रतिशत है। जिस पार्टी की सरकार विधेयक में धोखा दे सकती है, उससे किसी भी प्रकार की इंसाफ की बात करना बेईमानी है।” उन्होंने पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण पर भी बात किया और कांग्रेस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, ’70 सालों तक शाशन करने वाली कांग्रेस को पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने से किसने रोका था?’
अपने पूरे संबोधन में श्रीमती कृष्णा गौर ने कांग्रेस पर निशाना साधा और भारतिय जनता पार्टी का पिछड़ा वर्ग के प्रति किये गए कार्यों के बारे में बताया। राज्य में पंचायत चुनाव को फिलहाल रद्द कर दिया गया है और पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर निर्णय आना बांकी है।
रिपोर्ट:- सचिन सिंह प्रभात
पोर्टल:- आज ख़बर