“महिलाओं पर हिंसा भगवान का अपमान”: नए साल पर पोप फ्रांसिस ने अपने भाषण में कहा।
नए साल के उपलक्ष पर वेटिकन में दिए अपने संबोधन में पोप फ्रांसिस ने लोगो से दुनिया में शांति स्थापित करने की गुहार की। उन्होंने कहा, ‘ हमे शांति की जरूरत है। चलो शांति के बारे में सोचते हुए घर चलते है। शांति स्थापित करने के लिए दूसरों को क्षमा और न्याय को बढ़ावा देना होगा।’ साथ ही पोप ने ‘महिलाओं का अपमान ईश्वर का अपमान‘ बताया है। वेटिकन में इस दिन को होली मैर मदर ऑफ गॉड की महिमा और विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है। पोप ने इस उपलक्ष में अपना भाषण महिलाओं के इर्द-गिर्द ही रखा। उन्होंने कहा कि मां जीवन देती हैं और महिलाएं दुनिया को एक रखती है, जीवन के धागों को सुलझा कर रखती है, इसलिए महिलाओं की रक्षा करने के लिए और अधिक कोशिश करनी चाहिए।
कोरोना लॉकडाउन में यूरोपीय देशों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में काफी तेजी देखी गई है। इसके लिए पोप पहले भी कई बार महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा बंद करने की अपील कर चुके है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा अब खत्म होनी चाहिए। उन्होंने महिलाओं की भगवान से तुलना करते हुए कहा कि एक महिला को चोट पहुंचाना भगवान का अपमान करने के बराबर है।