युवाओं के लिए स्वरोजगार और उधोग का नया मार्ग बन चुकी है कृषि: पंकज रॉय

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बीआईटी मेसरा में कृषि आधारित उद्यमिता विषय पर सेमिनार आयोजित
RANCHI : बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) मेसरा, बायोइंजीनियरिंग एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी),

बीआईटी मेसरा के सहयोग और इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल एंड एकेडमिक रिसर्च (आईआईएआर), रांची की सहभागिता से एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया।

सेमिनार का विषय था – “एग्रीप्रेन्योर एवं स्टार्टअप: अकैडेमिया–इंडस्ट्री इंटरैक्शन”
कृषि आधारित उद्यमिता (एग्रीप्रेन्योरशिप) विषय पर आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता पंकज रॉय ने कहा कि आधुनिक तकनीक और नवाचारों के साथ कृषि अब केवल आजीविका का साधन नहीं रही, बल्कि यह युवाओं के लिए स्वरोजगार और उद्योग का नया मार्ग बन चुकी है।

उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों का लाभ उठाकर किसान और छात्र कृषि क्षेत्र में मूल्य संवर्धन, खाद्य प्रसंस्करण, जैविक खेती और एग्री-बिजनेस की दिशा में नए अवसर तलाश सकते हैं।
पंकज रॉय ने बताया कि आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने में कृषि-उद्यमिता की अहम भूमिका है और यदि युवा सही दिशा में कदम बढ़ाएँ तो कृषि क्षेत्र में भी करोड़ों की संभावनाएँ मौजूद हैं।

सेमिनार का उद्देश्य छात्रों, शोधार्थियों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के बीच संवाद स्थापित करना और कृषि आधारित स्टार्टअप्स एवं उद्यमिता को बढ़ावा देना था।

इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार, स्टार्टअप इकोसिस्टम, और अकादमिक–औद्योगिक सहयोग की अहम भूमिका पर विचार साझा किए।

इस अवसर पर आईआईएआर की निदेशक डॉ. अर्चि महतो, सह-संस्थापक पंकज रॉय, कार्यकारी प्रशासनिक अधिकारी सरोजिनी टोप्पो तथा बीआईटी मेसरा के बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. कुणाल विशेष रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर संस्थान के संकाय सदस्य, छात्र-छात्राएँ, शोधार्थी तथा कई उद्योग प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सेमिनार ने विद्यार्थियों के बीच कृषि आधारित उद्यमिता के प्रति नई प्रेरणा जगाई और अकादमिक जगत तथा उद्योग क्षेत्र के बीच मजबूत संबंध बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल सिद्ध हुई।

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