सदर अस्पताल रांची में पहली बार बांए (left) तरफ के गॉलब्लैडर स्टोन की सर्जरी

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RANCHI: सदर अस्पताल रांची में पहली बार बांए (left) तरफ के गॉलब्लैडर स्टोन की सर्जरी की गई।

यह एक Complete Situs Inversus का केस था,
जिसमें अंग (Heart, Gall Bladder, etc.)अपने सामान्य स्थिति में नहीं होकर उल्टे साइड में पाया जाता है।
ऐसे condition 10000 से 20000 मरीजों में से एक में मिलता है। (1:10000-1:20000-Incidence rate )
सदर अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग के डॉ अजीत के नेतृत्व में सदर अस्पताल ने आज एक और मुकाम हासिल किया।
महिला मरीज श्रीमती बी बाड़ा , बेड़ो थाना अंतर्गत ईंटा चिंद्ररी, रांची की रहने वाली है।

वर्तमान में वह मोराबादी में रहती हैं।
उन्हें पिछले दो-तीन महीना से पेट में दर्द हो रहा था जांच करने पर पता चला उन्हें गंभीर बीमारी एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस (Acute pancreatitis ) हुआ है।
और आगे जांच करने पर पता चला कि उनकी पीत की थैली में बहुत सारे पत्थर हैं और उनकी पीत की थैली बाएं तरफ है जबकि आम तौर पर दाएं तरफ होती है।
ऐसा 10000 से 20000 मरीजों में से किसी एक में मिलता है।
बाद में ECHO and CT SCAN करने पर पता चला कि इनको कंप्लीट साइट्स इनवर्सस है,

इनका हृदय भी जो है वह बांई तरफ न होकर दांई तरफ हैं।
और भी अंग जो है अपने सामान्य स्थिति के उल्टे तरफ हैं।
यह ऑपरेशन इस मामले में थोड़ा मुश्किल और अलग होता है क्योंकि इस तरह के मरीज कम मिलते हैं ,दूसरा की सर्जन को उल्टे तरफ से खडे होकर ऑपरेशन करना पड़ता है ,

जिसकी उन्हें आमतौर पर आदत कम होती है।
मरीज के पति श्री जोसेफ उरांव जो खेती- किसानी करके अपना घर चलाते हैं,

ने सदर अस्पताल प्रशासन एवं सर्जरी विभाग के डॉ अजीत की टीम को बहुत धन्यवाद बोला ,

उनका इलाज आयुष्मान योजना के अंतर्गत बिल्कुल निःशुल्क हुआ।
ऑपरेशन करने वाली टीम में निम्नलिखित लोग शामिल थे
एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अजीत कुमार, एनेस्थेटिस्ट डॉ वसुधा गुप्ता एवं डॉ विकास बल्लभ, सिस्टर स्नेह लता,
ओटी स्टाफ संदीप, संतोष ,सृष्टि, सुरेश ,अमन, विरंजन कल्पना, नंदिनी आदि।

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