रिम्स को देश का नंबर-वन संस्थान बनाने की तैयारी, प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों पर गाज

बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली बैठक 9 अक्टूबर 2025 को होगी
RANCHI : झारखंड हाई कोर्ट के निर्देशानुसार पूर्व जस्टिस अमरेश्वर सहाय की निगरानी मे रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) शासी परिषद की बैठक शनिवार को हुई, जिसकी अध्यक्षता झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने की।
बैठक में कुल 16 महत्वपूर्ण एजेंडों की समीक्षा की गई और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए।
बैठक के बाद डॉ. अंसारी ने कहा कि रिम्स को देश के बेहतरीन स्वास्थ्य संस्थानों में शामिल करने की तैयारी चल रही है।
आने वाले समय में रिम्स की कार्यप्रणाली, सुविधाओं और व्यवस्थाओं में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा।
रिम्स ट्रामा सेटर मे खराब पडे वेंटिलेटर की जगह नये वेंटिलेटर की खरीद का निर्देश रिम्स निदेशक को दिया गया है ताकि मरीजो की जान बचाई जा सके।
प्राइवेट प्रैक्टिस पर सख्ती
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकारी ड्यूटी के दौरान बाहर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर मरीज को ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ इलाज मिले।
16 एजेंडों पर अहम फैसले
बैठक में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा और निर्णय लिया गया:
1. रिम्स में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के काम में तेजी लाना।
2. नई मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग के निर्माण को प्राथमिकता देना।
3. इमरजेंसी वार्ड को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस करना।
4. नर्सिंग और पैरा-मेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में तेजी।
5. डॉक्टरों और कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू करना।
6. ऑपरेशन थियेटर और आईसीयू यूनिट को अपग्रेड करना।
7. नई एम्बुलेंस और ट्रॉमा केयर सुविधाओं को बढ़ाना।
8. रिम्स कैंपस में साफ-सफाई और स्वच्छता अभियान को और सख्ती से लागू करना।
9. मरीजों और परिजनों के लिए कैंटीन और प्रतीक्षालय की व्यवस्था सुधारना।
10. रिम्स में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना।
11. मेडिकल रिसर्च और लैब सुविधाओं का विस्तार करना।
12. रिम्स के हॉस्टल और रेजिडेंसियल एरिया में सुधार।
13. नई मशीनों और आधुनिक मेडिकल टेक्नोलॉजी की खरीद।
14. ऑनलाइन ओपीडी और टेलीमेडिसिन सेवाओं की शुरुआत।
15. दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल में स्टॉक मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करना।
16. मरीजों की शिकायतों के निवारण के लिए हेल्पलाइन और मॉनिटरिंग सेल की स्थापना।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली बैठक 9 अक्टूबर 2025 को होगी।
इसमें शेष प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
रिम्स का बदलता स्वरूप
स्वास्थ्य मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इन सुधारों से रिम्स को जल्द ही देश के टॉप मेडिकल इंस्टीट्यूट्स की श्रेणी में लाया जाएगा।
मरीजों को दिल्ली, कोलकाता या मुंबई जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि झारखंड में ही विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध होगा।
बैठक मे पूर्व जस्टिस अमरेश्वर सहाय, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ, काके विधायक सुरेश बैठा, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार, रिम्स चिकित्सा अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ, रिनपास निदेशक, एसटी एसी सदस्य, डॉ अशोक कुमार प्रसाद, सहित अन्य सदस्य उपस्थित हुए।