पितृपक्ष: देवतुल्य पितरों की की गई आराधना श्राद्ध कर्म करने का विशेष महत्व: अरविंद उपाध्याय

RANCHI: पूर्वजों को समर्पित पितृपक्ष की अष्टमी तिथि रविवार को समाजसेवी स्व. श्रीकांत प्रसाद उपाध्याय की 13वीं एवं ममतामयी स्व. गिरिजा उपाध्याय की 20वीं पुण्यतिथि पर श्राद्ध और तर्पण किया गया।
श्राद्धकर्ता उनके बड़े पुत्र अरविंद कुमार उपाध्याय एवं छोटे पुत्र प्रवीण कुमार उपाध्याय हिनू शिवपुरी स्थित महामृत्युंजय महादेव मंदिर में पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए तर्पण पूर्ण किया।
अरविंद कुमार उपाध्याय ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने का विशेष महत्व माना गया है।
पितृ गण श्राद्ध से तृप्त होकर समस्त कामनाओं को पूर्ण करते हैं।
इनके अलावा उपाध्याय बंधु ने परदादा स्व. लोभी उपाध्याय, दादा स्व. देवेंद्र प्रसाद उपाध्याय, बड़का बाबूजी बट्टेकृष्ण उपाध्याय,
दिवाकांत प्रसाद उपाध्याय, रजनी कांत प्रसाद उपाध्याय, अंमा जी निर्मला उपाध्याय, मामा ननकु सहित अन्य पितृ गण का श्राद्ध कर्म किया। इस दौरान दान-पुण्य कार्य संपन्न हुआ।
वहीं विनोद प्रधान अपने पिता स्व. राम पारस प्रधान की 16वां पुण्यतिथि पर उनके आत्मा की शांति व मोक्ष के लिए श्राद्ध कर्म और तर्पण पूर्ण किया।