रिम्स सीटीवीएस सर्जनों की टीम ने किया गंभीर मरीज की सफल ओपन हार्ट सर्जरी

हार्ट बंद कर हार्ट लंग् मशीन के सहारे की सर्जरी
RANCHI: रिम्स सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉ विनित महाजन के नेतृत्व में सर्जनों की टीम ने गंभीर अवस्था के मरीज 29 वर्षीय गणेश राम की सफल ओपन हार्ट सर्जरी कर जान बचायी।
यह बीमारी एक लाख लोगों में चार से पांच लोगों में ही होती है। इसमें मरीज के ह्रदय की मुख्य धमनी जिसे मेडिकल भाषा में औरटा(aorta) कहते हैं, में सूजन आ गयी थी। सूजन मुख्य धमनी के ह्रदय से निकलने के तुरंत बाद से लेकर उपर दिमाग के नसों तक थी।
डॉ विनित महाजन ने बताया कि यह सर्जरी काफी जटिल होती है, जिसमें सूजन के उपर और नीचे रक्त प्रवाह को रोककर सूजन को काट कर हटाया जाता है एवं वहां पर ग्राफ्ट(मेडिकल भाषा में जैक्रान ग्राफ्ट) लगाया जाता है। इसी क्रम में मरीज के हार्ट को बंद कर हार्ट लंग मशीन पर रखा जाता है, और सर्जरी की जाती है।
डॉ महाजन ने बताया कि मरीज को यह बीमारी शायद बचपन से थी जिसका पता पांच-छह महीने पहले चला। मरीज को दो हफ्ते पहले रिम्स सीटीवीएस विभाग रेफर किया गया था मरीज की एंजियोग्राफी जांच से सूजन की वास्तविक स्थिति का पता चला। ओपन हार्ट सर्जरी में करीब पांच घंटे का समय लगा। आपरेशन के दौरान क्रिकेट बॉल के आकार का सूजन काफी बड़ा था फटने से मरीज की जान जा सकती थी।
ससमय सर्जरी नहीं की जाती तो मरीज की जान का खतरा कभी भी हो सकता था मरीज के आपरेशन के दो घंटे बाद ही मरीज को वेंटिलेटर से हटा दिया गया। डॉ विनित महाजन ने बताया कि यह सर्जरी अच्छे एवं महानगरों के बड़े सेंटरों पर ही संभव है। रांची के रिम्स में सीटीवीएस विभाग ने एक मापदंड बनाया गया है। जि्से सरकार के द्वारा स्टॉफ की कमी को पूरा करने से विभाग को और उपर तक पहुंचाया जा सकता है।
इस सर्जरी में कार्डियक सर्जन,निश्चेतना एवं आईसीयू सबों की भूमिका एवं कार्य रहा है। आपरेशन टीम में कार्डियक सर्जरी टीम में मुख्य सर्जन डॉ विनित महाजन (प्रोफेसर विभागाध्यक्ष), डॉ अंशुल(सहायक सर्जन), डॉ राकेश(सहायक सर्जन), निश्चेतना टीम में डॉ शिव प्रिये,डॉ आदित्य, डॉ मुकेश, डॉ नितेश, डॉ खुशबू शािमल थे इसके अलावा कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ प्रकाश कुमार, डॉ शशि एवं तकनीकी टीम में अमित,राजेन्द्र,शमीम,भूपति शामिल थे।