झारखंड के सभी प्रखंडों में कांग्रेस का संवाद सम्मेलन 24 को

Ranchi: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे के निर्देश फर संगठन सशक्तीकरण अभियान के तहत 24 अप्रैल को राज्य के सभी प्रखंडों में एक साथ प्रखण्ड स्तरीय संवाद सम्मेलन आयोजित किए जायेंगे।
संवाद सम्मेलन के जिला संयोजक आलोक कुमार दूबे ने कहा कि ढाई महीने के कार्यकाल में नए प्रभारी अविनाश पांडे ने संगठन में जान डालने की भरपूर कोशिश की है और उसी का नतीजा है कि संगठन में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है और उत्साहित होकर लोग काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल को आहूत प्रखण्ड संवाद सम्मेलन में प्रखण्ड कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी के सभी सदस्य, प्रखण्ड के अन्तर्गत सभी मोर्चा संगठनों,प्रकोष्ठों, विभागों के पदाधिकारी ,प्रखण्ड के सभी पीसीसी व एआईसीसी डेलीगेट, प्रखण्ड में के अंतर्गत जिला एवं प्रदेश के पदाधिकारी गण, प्रखंड के सभी पंचायत, थाना,वार्ड अध्यक्ष एवं उनके पदाधिकारी एवं प्रखण्ड के बूथ कमिटी के सदस्यगण संवाद कार्यक्रम के प्रतिभागी होंगे। दूबे ने कहा कि संवाद सम्मेलन में जिन विषयों पर चर्चा होगी उसमें प्रखण्ड में संगठन के सशक्तीकरण के लिए सुझाव,प्रखण्ड के ज्वलंत मुद्दे, प्रखण्ड के प्रत्येक बूथ पर 100 सदस्य बनाना एवं उन्हीं सदस्यों में से 10 सक्रिय सदस्यों का बूथ कमिटी गठित करना जिसमें एससी,एसटी,ओबीसी व महिला को उचित प्रतिनिधित्व हो, जिला व प्रखंडों में मंत्रियों, विधायकों द्वारा प्रस्तावित मासिक जनसुनवाई के लिए पूर्व तैयारी एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए समूह का गठन करना प्रमुख हैं।
आलोक दूबे ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण चार मंत्री जिन्हें छह छह जिले के पालक मंत्री या अभिभावक मंत्री के रुप में जिम्मेदारी दी गई है व 18 विधायकों को चार चार विधानसभा पालक विधायक या अभिभावक विधायक के रुप में जिम्मेदारी दी गई है इन्हें प्रत्येक जिले व विधानसभा क्षेत्र में प्रतिमाह जनसुनवाई, जनसुनवाई के पूर्व जिला व प्रखणड कांग्रेस से समन्वय स्थापित करना,जन सुनवाई के दौरान लाए गए जन समस्याओं के समाधान हेतु आगे की कार्रवाई एवं सहायता तथा संगठन एवं स्थानीय प्रशासन में समन्वय स्थापित करना महत्वपूर्ण हैं।
आलोक दूबे ने कहा कि प्रखण्डों में संवाद सम्मेलन की सफलता को लेकर राज्य के सभी प्रखंडों में प्रभारी नियुक्त किए गये हैं और सबसे अच्छी बात ये है कि अविनाश पांडे स्वंय कार्यक्रम को अपने स्तर पर मानिटर कर रहे हैं जिसके कारण संगठन में आपसी तालमेल बढ़ा है।