सिंधिया राजघराने से एक और पीढ़ी की राजनीति में एन्ट्री
(भोपाल) : ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की एक और पीढ़ी की राजनीति में एन्ट्री की तैयारी हो रही है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे आर्यमन सिंधिया को जीडीसीए (ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन) में उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही उनके सार्वजनिक जीवन की शुरुआत हो गई है। आर्यमन का किसी भी संस्था या संगठन में पहला पद है। संभावना है कि वे जल्द ही राजनीति में भी एंट्री कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में गत 27 मार्च को जीडीसीए की वार्षिक आम सभा हुई थी। केंद्रीय मंत्री सिंधिया जीडीसीए के अध्यक्ष भी हैं। बैठक में सिंधिया और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा हुई थी। अब नई कार्यकारिणी को दिल्ली से हरी झंडी मिल गई है। रविवार को इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी गई है।
नई कर्यकारिणी में कार्यकारी अध्यक्ष प्रशांत मेहता को जीडीसीए का नए अध्यक्ष और आर्यमन सिंधिया को उपाध्यक्ष बनाया गया है। अभी तक वे एसोसिएशन के सदस्य थे। उनके साथ जीवाजी यूनिवर्सिटी में शारीरिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर रहे डॉ. राजेंद्र सिंह को भी उपाध्यक्ष बनाया है। इनके अलावा उपाध्यक्ष रहे संजय आहूजा को सचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है। वीरेंद्र बापना को कोषाध्यक्ष पद पर यथावत रखा गया है।
27 वर्षीय आर्यमन ने ग्वालियर क्रिकेट एसोसिएशन के जरिए सार्वजनिक जीवन में कमद रखा है। ऐसे में माना जा रहा है कि वे भी जल्द ही राजनीति में एंट्री कर सकते हैं। ऐसे संकेत चार दिन पहले मिल चुके हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद केंद्रीय मंत्री सिंधिया के घर पहुंचे। आर्यमन को प्रधानमंत्री ने अपने करीब खड़ा किया, जबकि ज्योतिरादित्य फिर भी दूर खड़े नजर आए। संभावना है कि भविष्य में युवा शक्ति का उपयोग भाजपा विधानसभा व राज्यसभा में कर सकती है।