मदरसे में पढ़े ,लेकिन कम्प्यूटर में माहिर हैं आतंकी

(भोपाल ) : ऐशबाग इलाके से पकड़े गए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (जेएमबी) के चारों आतंकवादी देवबंद की विचारधारा व आतंकी संगठन अलकायदा से प्रभावित हैं। एक आतंकवादी ने दीनी तालीम के नाम पर एक मदरसे में दाखिला भी करा लिया था। यह आतंकी युवाओं को भड़काने के लिए कुरान की आयतों को तोड़-मरोड़कर जेहादी साहित्य तैयार कर उन्हें वितरित करते हैं।

एटीएस के मुताबिक रविवार तड़के ऐशबाग की अहमद अली कॉलोनी से जिन 4 आतंकवादियों फजहर अली उर्फ मेहबूब, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद, जहूरुद्दीन उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली और फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन उर्फ हुसैन को गिरफ्तार है, वे सभी अलकायदा की विचारधारा से प्रभावित हैं और उसे ही फाॅलो करते हैं। उन्होंने पूछताछ में खुलासा किया कि जहूरुद्दीन 2 साल पहले दलाल के माध्यम से मेघालय, त्रिपुरा की बॉर्डर से भारत आया था। उसने एक मदरसे में दीनी तालीम के लिए दाखिला भी ले लिया था। फिर वह भारत के 3-4 राज्यों में रहा और देवबंद भी गया। इसके बाद उसके अन्य साथी भी भारत आए। एटीएस की टीम मप्र के अलावा 3 अन्य राज्यों के 12 से अधिक ठिकानों पर अब तक सर्चिंग कर चुकी है। जल्द ही मामले में ऐसे लोगों की भी गिरफ्तारी होगी, जो आतंकवादियों को सहयोग और फंडिंग कर रहे थे। एटीएस 5-6 लोगों को हिरासत में लेकर आतंकवादियों से संबंध के बारे में पूछताछ कर रही है। साथ ही डिजिटल साक्ष्य का परीक्षण कर रही है। चारों आतंकवादियों ने मदरसे में दीनी पढ़ाई की है, लेकिन ये कम्प्यूटर के एक्सपर्ट हैं। इनका परिवार बांग्लादेश में मेहनत-मजदूरी और खेती किसानी करता है।

जल्द करने वाले थे घटना… कमांडर के इशारे का था इंतजार

जांच में सामने आया है कि यह आतंकी जल्द ही किसी स्थान पर बड़ी घटना करने वाले थे। इसकी उन्होंने तैयारी भी कर ली थी। उन्हें केवल अपने कमांडर से इशारे का इंतजार था। आतंकियों के मोबाइल की काॅल डिटेल से जांच एजेंसी उनके अन्य संपर्कों की भी जानकारी जुटा रही है।

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